बस्तर में फोर्स का दबाव बढ़ा तो धमतरी में फैलने लगे नक्सली
बस्तर और आंध्रा बॉर्डर पर छोटी-छोटी घटनाओं से पुलिस का ध्यान भटकाकर नक्सली धमतरी जिले और इससे लगे ओडिशा, गरियाबंद क्षेत्र को नया कॉरिडोर बनाने में लगे हैं। बस्तर में फोर्स का दबाव बढ़ने की वजह से नक्सली दूसरे क्षेत्रों में नए ठिकाने तलाश रहे हैं। धमतरी इलाके में बढ़ती नक्सली धमक का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि पिछले 7 दिनों के भीतर पुलिस का वहां नक्सलियों से दो बार सामना हो चुका है। दोनों ही बार पुलिस नक्सलियों को पकड़ने में नाकाम रही। लेकिन भरमार बंदूक, प्रेशर बम, अन्य हथियार समेत भारी मात्रा में नक्सली सामग्री बरामद की गई है।
सुकमा, नारायणपुर, बचेली क्षेत्र में आए दिन छुटपुट घटनाएं हो रही हैं। पुलिस का ध्यान खींचने के लिए नक्सली इन्हीं क्षेत्रों में और इनके आसपास छोटी-बड़ी घटनाओं को अंजाम देकर जंगल के रास्ते से सुरक्षित स्थानों की ओर बढ़ रहे हैं।
पुलिस खुद मान रही है कि धमतरी जिले में हार्डकोर नक्सली सत्यम गावड़े के अलावा उसके सहयोगी टिकेश्वर, रामदास, जानसी को देखा गया है। ऐसे में आशंका है कि नक्सली आने वाले दिनों में किसी बड़ी घटना को अंजाम दे सकते हैं।
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