इस बार कृष्ण जन्माष्टमी पर अद्भुत संयोग बन रहा है। इस बार संयोग नक्षत्रों का नहीं, बल्कि लग्न और राशि का है। यह 5 हजार साल पहले श्रीकृष्ण के जन्म पर पड़े संयोग की तरह ही है। ऐसे में ज्योतिषि इसे सभी के लिए शुभ बता रहे हैं। भगवान कृष्ण के जन्मोत्सव को लेकर शहर समेत जिलेभर में तैयारियां पूरी हो गई हैं। शहर के चौक-चौराहों समेत जिलेभर में आज गोविंदा आला-रे आला की गूंज सुनाई देगी। जन्मोत्सव को लेकर भक्तों में उत्साह देखा जा रहा है।
दो दिनाें का संयोग, मंदिरों में आज मनेगी जन्माष्टमी
इस बार जन्माष्टमी दो दिन की है। दरअसल 14 अगस्त की शाम 7.35 बजे अष्टमी शुरू हो रही है। पंडितो का कहना है कि 15 अगस्त की शाम 5.39 बजे तक अष्टमी रहेगी। इसके बाद नवमी लग जाएगी। मंदिराें में 15 अगस्त को जन्माष्टमी मनाई जाएगी। 14 की शाम 5.42 बजे भरणी नक्षत्र है, जबकि भगवान कृष्ण का जन्म रोहणी नक्षत्र में हुआ है, इसलिए सूर्योदय के आधार पर जन्माष्टमी मनेगी। 16 को रोहणी नक्षत्र तो है, लेकिन अष्टमी नहीं रहेगी।
शहर के बांके बिहारी मंदिर, रामजानकी मंदिर, जगन्नाथ मंदिर, किले के श्री राम मंदिर, हनुमान मंदिर सहित अन्य मंदिरों में नंदलाल की विशेष पूजा होगी। मंदिरों में जन्माष्टमी पर्व को लेकर तैयारियां अंतिम चरण पर है। जन्माष्टमी पर सुबह से लेकर देर-रात तक धार्मिक कार्यक्रम होंगे। देर-शाम भजन संध्या सहित सांस्कृतिक कार्यक्रमों का दौर शुरू होगा। रात 12 बजे भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव मनाया जाएगा।
इस्कॉन मंदिर में जन्माष्टमी के अवसर पर भगवान श्री कृष्णा की विशेष साज़ सज़्ज़ा की गयी है। इसके साथ ही विभिन्न तरह के आयोजन भी किये जायेंगे।
इस्कॉन मंदिर कैसे पहुंचे
सड़क से : इस्कॉन मंदिर रायपुर में टाटीबंध भिलाई रोड, अलोपी नगर में स्थित है। यहाँ जाने के ऑटो एवम सिटी बस उपलब्ध है।
ट्रैन से : रायपुर मेन रेलवे स्टेशन से यह मंदिर लगभग 40 कि. मी. दूर स्थित है।
फ्लाइट से : निकटतम एयरपोर्ट स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट रायपुर है।
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