मुख्यमंत्री कन्यादान विवाह योजना का सबसे अधिक लाभ बस्तर जिले के अंदरूनी इलाकों में रहने वाले गरीब परिवारों को मिल रहा है। योजना का लाभ दो साल से नहीं मिलने सेे कई परिवार चिंतित थे, लेकिन महिला बाल विकास विभाग इस साल एक हजार जोड़ों की शादी करवा रहा है।
शादी में शामिल होने वाले जोेंड़ों को बर्तन, लोहे की अलमारी और चांदी के गहने के अलावा 3 हजार रुपए नकद और एक पलंग, गद्दे व अन्य सामान दिए जाएंगे। जानकारी के मुताबिक यह पहली बार है जब महिला बाल विकास सरकारी शादी में जोड़ों को नकद के रूप में इतनी बड़ी राशि और सामान दे रहा है। 11 दिन बाद एक साथ 1000 जोड़े की शादी में कोई परेशानी न हो इसलिए भिरलिंगा पंचायत के जिस स्थान पर सीएम डॉ रमन सिंह ने बिजली तिहार कार्यक्रम की शुरुआत की थी वहीं 1000 जोड़ों की शादी होगी। जिला कार्यक्रम अधिकारी शैल ठाकुर ने कहा कि इस साल शादी के सामानों की खरीदी टेंडर के जरिए की गई है जिसके चलते काफी पैसे बच गए हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए हर जोड़े को तीन हजार रुपए दिए जाएंगे।
80 लाख रुपए हो चुके हैं अब तक खर्च
लड़कियों को उपहार देने के लिए अब तक 80 लाख रुपए से अधिक राशि खर्च हो चुकी है। योजना के तहत सरकार एक परिवार की दो बेटियों का विवाह कराती है। 2005 में शुरू हुई इस योजना में जहां एक जोड़े के लिए पांच हजार रुपए दिए जाते थे जबकि इस समय एक जोड़े के लिए 15 हजार दिए जा रहे हैं।
5 जोड़े करेंगे निकाह, सीएम भी होंगे शामिल
दो साल बाद आयोजित इस सरकारी शादी में शामिल जोड़ों में पांच जोड़े मुस्लिम समाज के होंगे जो इस दौरान निकाह करेंगे। शादी में सबसे अधिक जोड़े जगदलपुर ब्लॉक के हैं। गौरतलब है कि 2005 से बस्तर जिले में शुरू हुई इस योजना में अब तक 4 हजार से अधिक बालिकाओं की शादी हो चुकी है जिसमें करीब दो दर्जन से अधिक इसाई समाज के लोग भी शामिल है। शादी में शामिल होने वाले जोड़ाें को खुद के स्वस्थ होने का मेडिकल सर्टिफिकेट जमा करने के लिए कहा गया है। जो भी जोड़ा इस प्रमाण पत्र को नहीं जमा करेगा उसे इस शादी में शामिल होने नहीं दिया जाएगा। जिला कार्यक्रम अधिकारी ने बताया कि इस शादी में मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह भी शामिल होंगे। इसको देखते भी इस शादी का महत्व और अधिक बढ़ गया है।
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