छत्तीसगढ़ प्रदेश का पारंपरिक त्योहार भोजली उत्सव सोमवार को मनाया गया। शहर के अलग-अलग इलाकों से निकली भोजली टिकरापारा पहुंची। यहां सभी लोग एकजुट हुए और भोजली यात्रा निकाली गई। इस यात्रा में सैकड़ों लोग शामिल हुए। शाम को बूढ़ातालाब में भोजली में रखी मिट्टी और खाद का विसर्जन किया गया। अब भोजली की बची बालियां किसान परिवारों के बीच दोस्ती की कड़ी बनेंगी।
छत्तीसगढ़ प्रदेश का पारंपरिक त्योहार भोजली उत्सव सोमवार को मनाया गया। शहर के अलग-अलग इलाकों से निकली भोजली टिकरापारा पहुंची। यहां सभी लोग एकजुट हुए और भोजली यात्रा निकाली गई। इस यात्रा में सैकड़ों लोग शामिल हुए। शाम को बूढ़ातालाब में भोजली में रखी मिट्टी और खाद का विसर्जन किया गया। अब भोजली की बची बालियां किसान परिवारों के बीच दोस्ती की कड़ी बनेंगी।
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