पं.रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय की ग्रेजुएशन कक्षाओं के नतीजे इस बार बेहतर हैं। पिछली बार की तुलना में बीएससी में सात फीसदी, बीकॉम में आठ के बाद अब बीए में भी 10 फीसदी ज्यादा छात्र पास हुए हैं।
पिछले पांच बरसों के मुकाबले इस बार ग्रेजुएशन अंतिम का रिजल्ट अच्छा रहा है। पिछली बार की तुलना में करीब एक सप्ताह की देरी के बाद सोमवार को बीए अंतिम के रिजल्ट घोषित किए गए। इसमें 68 फीसदी विद्यार्थी पास हुए। पिछली बार बीए अंतिम का रिजल्ट 58.74 फीसदी था। इसी सप्ताह अब बीकॉम व बीएससी के शेष नतीजे आने की संभावना है। बीए अंतिम के नतीजे देर से आने से सबसे ज्यादा असर एमए की कक्षाओं में दाखिले को लेकर पड़ा है। रविवि में आर्ट्स व सामाजिक विज्ञान संकाय की सीटें खाली-खाली है। पिछले दिनों इन सीटों के लिए यहां आवेदन मंगाए गए, प्रवेश परीक्षा हुई। लेकिन रिजल्ट नहीं आने की वजह से बहुत कम छात्रों ने प्रवेश परीक्षा के लिए आवेदन किया। स्थिति ऐसी थी कि कई विभाग में जितने सीटें थी, उसके मुकाबले आवेदन नहीं आए थे। ऐसी ही स्थिति कॉलेजों में भी है। पिछले महीने से यहां एडमिशन की प्रक्रिया चल रही है, लेकिन बीए के नतीजे नहीं आने से काफी परेशानी हुई। नतीजे देरी से आने से सबसे ज्यादा दिक्कत उन छात्रों को हुई जो राज्य के बाहर जाकर एमए या उससे संबंधित कोर्स करना चाह रहे थे।
छात्रों ने बताया कि ज्यादातर जगहों एडमिशन की प्रक्रिया इस समय तक पूरी हो जाती है। रिजल्ट नहीं आने की वजह से आवेदन का मौका भी नहीं मिला।
रविवि से इस बार करीब 36 हजार छात्र ग्रेजुएट हुए हैं। पिछली बार की तुलना में यह संख्या करीब छह हजार ज्यादा है। बीएससी, बीकॉम के मुकाबले बीए में विद्यार्थियों की संख्या अधिक है। सोमवार को जारी हुए बीए अंतिम के रिजल्ट के मुताबिक परीक्षा में कुल 27,429 विद्यार्थी शामिल हुए। इसमें 18,694 पास हुए। जबकि 3120 को पूरक की पात्रता मिली और 5515 फेल हुए।
रविवि की परीक्षाओं में पूरक वाले छात्रों की संख्या में कमी आई है। बीए अंतिम में इस बार 3120 विद्यार्थियों को पूरक मिला है। पिछली बार यह संख्या 6363 थी। इसी तरह बीएससी में 1216 छात्र को पिछले साल पूरक मिला था, इस बार यह संख्या 1020 है। बीकॉम अंतिम में इस बार पूरक पाने वाले डेढ़ सौ छात्र कम हुए हैं।
रिजल्ट देखने के लिए यहाँ क्लिक करे : Click Here
Post a Comment