Header Ads

बैट में लगा होगा माइक्रोचिप, ड्रोन से होगी पिच की निगरानी


 इस बार चैम्पियंस ट्रॉफी में हाई टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल होगा। आईसीसी के इस टूर्नामेंट में बल्लेबाज पहली बार माइक्रोचिप लगे बैट का इस्तेमाल करेंगे। इसके अलावा पिच की निगरानी के लिए ड्रोन कैमरे का इस्तेमाल होगा। चैम्पियंस ट्रॉफी के मैच गुरुवार से शुरू हो रहे हैं और पहला मुकाबला इंग्लैंड और बांग्लादेश की टीम के बीच है।

ओपनिंग मैच से ही माइक्रोचिप लगे बल्ले का यूज

माइक्रोचिप लगे बल्ले का इस्तेमाल मेजबान इंग्लैंड और बांग्लादेश के बीच होने वाले ओपनिंग मैच से शुरू हो जाएगा।
इंटेल द्वारा डेवलप की गई इस चिप को बल्ले के हैंडल में लगाया जाएगा।

माइक्रोचिप के यूज का मकसद

इस चिप के जरिए बल्लेबाज का डाटा रिकॉर्ड किया जाएगा। इसमें बल्लेबाज की पिच मूवमेंट, उसके शॉट्स का डाटा रिकॉर्ड होगा। इस चिप का सिग्नल खास कैमरे रिकॉर्ड करेंगे। इस डाटा से पता चलेगा कि बल्लेबाज ने कितनी गेंद ऑफ साइड में खेली, कितनी लेग में खेली और कितनी गेंदों पर तेज प्रहार किया। अभी तक इस चिप का इस्तेमाल बेसबॉल में किया जाता था।

ड्रोन कैमरे के यूज से क्या फायदा?

ड्रोन कैमरे के इस्तेमाल से अधिक गहराई से पिच का एनालिसिस किया जा सकेगा। फैन्स यह जान सकेंगे कि बॉलर्स में से कौन बेहतरीन लय में बॉलिंग कर रहा है।

ये टेक्नोलॉजी भी होंगी यूज

इस टूर्नामेंट में इस बार टीम शीट्स टैब के जरिए डिजिटल तरीके से बदली जाएंगी।
इसके अलावा मैदान में मौजूद दर्शकों (Viewers) को फ्री वाई-फाई फैसिलिटी भी दी जाएगी।
इस बार चैम्पियंस ट्रॉफी में स्पाइडर कैम और हॉक आई कैमरा का भी इस्तेमाल किया जाएगा।

No comments